केमिस्ट्री और चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार की घोषणा


2022 के नोबेल पुरस्कार दिए जा रहे हैं। इस बार रसायन विज्ञान यानी केमिस्ट्री में तीन लोगों को नोबेल पुरस्कार दिया गया है। कैरोलिन के बर्टोजी, मोर्टन मेल्डाल, और के बैरी शार्पलेस को केमिस्ट्री में नोबेल प्राइज दिया गया है।

इन्हें ‘क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास के लिए’ नोबेल पुरस्कार मिला।

कहां होता है क्लिक केमिस्ट्री का इस्तेमाल


क्लिक केमिस्ट्री का उपयोग फार्मास्यूटिकल्स के विकास में, DNA की मैपिंग और अधिक उपयुक्त सामग्री बनाने के लिए किया जाता है। बायोऑर्थोगोनल प्रतिक्रियाओं का उपयोग करके शोधकर्ताओं ने कैंसर फार्मास्यूटिकल्स की टारगेटिंग में सुधार किया है।

बैरी शार्पलेस, मोर्टन मेल्डल और कैरोलिन बर्टोज़ी ने क्लिक केमिस्ट्री को एक नए आयाम पर पहुंचाया और कोशिकाओं को मैप करने के लिए इसका इस्तेमाल करने लिए उपयोगी बनाया है। इनकी बायोऑर्थोगोनल रिएक्शंस न सिर्फ कैंसर से लड़ाई में वरदान साबित होंगे बल्कि अब कई बाकी एक्सपेरिमेंट्स में भी इस्तेमाल किए जाएंगे।

इसके अलावा स्टाकहोम में चिकित्सा के क्षेत्र में इस वर्ष का नोबेल पुरस्कार ‘मानव के क्रमिक विकास’ पर खोज के लिए स्वीडिश वैज्ञानिक स्वैंते पैबो को देने की घोषणा की गई है।

पुरस्कार समिति ने कहा कि उनकी इस खोज ने ‘”हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली पर और हमें मानव की विलुप्त प्रजातियों की तुलना में अनूठा बनाने वाले कारकों पर महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई है।”

नोबेल कमेटी के सचिव थॉमस पर्लमैन ने स्टाकहोम, स्वीडन के कैरोलिंस्का इंस्टिट्यूट में इस पुरस्कार के विजेता की घोषणा की।

पैबो ने आधुनिक मानव से काफी मिलती-जुलती विलुप्त प्रजाति ‘निएंडरथल’ एवं डेनिसोवंस के जीनोम की तुलना करने के लिए नयी तकनीक विकसित करने में अनुसंधानकर्ताओं का नेतृत्व किया था।

निएंडरथल की अस्थियां सर्वप्रथम 19वीं सदी के मध्य में खोजी गई थीं। उसके डीएनए की संरचना का पता लगाने से यह सफलता मिली। इस उपलब्धि को अक्सर “जीवन का कोड” के तौर पर जाना जाता है। इस तरह, प्रजातियों के बीच संबंध को पूरी तरह से समझ पाने में वैज्ञानिक सफल रहे हैं।

नोबेल कमेटी की अध्यक्ष एना वेडेल ने कहा कि “इसमें करीब आठ लाख साल पहले का वह समय शामिल है, जब आधुनिक मानव और निएंडरथल एक प्रजाति के रूप में अलग-अलग हुए।

पैबो और उनकी टीम ने यह भी पाया कि जीन प्रवाह निएंडरथल से होमो सैपियंस में किस प्रकार हुआ। उनकी खोज में यह भी पता चला है कि सह-अस्तित्व की अवधि के दौरान उन्होंने साथ मिलकर संतान को जन्म दिया होगा।

जीन के स्थानांतरण ने कोरोना वायरस जैसे संक्रमण के प्रति आधुनिक मानव की प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया के तौर-तरीकों को प्रभावित किया। अफ्रीका महाद्वीप के बाहर करीब एक-दो प्रतिशत लोगों में निएंडरथल जीन हैं।