मंहगाई व रुपय के मूल्य में भारी गिरावट


चर्चा में क्यों

19 जुलाई को रुपय के मूल्य में भारी गिरावट दर्ज की गई और रुपया का मूल्य प्रति डॉलर 80 के स्तर तक पहुँच गया।

प्रमुख बिन्दु …

  • कोविड महामारी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के संभलने की उम्मीद थी। लेकिन महंगाई और तेजी से गिरते रुपये के मूल्य ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का काम और मुश्किल कर दिया है।
  • जून माह में जहाँ खुदरा महंगाई दर 7.01 फीसदी थी वहीं मई की 7.04 फीसदी से कम है लेकिन अभी भी यह आरबीआई की अधिकतम सीमा यानी छह फीसदी से अधिक है।
  • दूसरी ओर डॉलर की तुलना में रुपए में तेज़ गिरावट देखी जा रही है। 19 जुलाई को डॉलर की तुलना में रुपया गिर कर 80 के स्तर के पार कर गया। डॉलर महंगा होने से भारत का आयात और महंगा होता जा रहा है क्योंकि भारत तेल और गैस के मामले में आयात पर निर्भर है। इसके साथ ही घरेलू बाजार में चीजों के दाम भी बढ़ रहे हैं।
  • इस समय पूरी दुनिया भर में महंगाई दर्ज की जा रही है। कोविड महामारी के पश्चात रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से निर्यात श्रंखला का बाधित होना आदि प्रमुख कारण हैं।

महंगाई रोकने व रुपय को नियंत्रित करने के लिए प्रयास …

  • आरबीआई के द्वारा मंहगाई रोकने के लिए रेपो रेट (जिस ब्याज दर पर आरबीआई बैंकों को कर्ज़ देता है) को बढ़ाया गया है।
  • यदि आरबीआई रेपो रेट नहीं बढ़ाता है तो निवेश करने वालों को ज्यादा ब्याज नहीं देता तो निवेशक यहां से पैसा निकाल कर बाहर ले जाते। चूंकि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ब्याज दर बढ़ा रहा है इसलिए हमारे यहां से डॉलर का निकलना शुरू हो चुका है । इसके लिए आरबीआई के द्वारा रेपो रेट को बढ़ाया गया लेकिन इससे रुपया कमजोर होता है।
  • हाल ही समय में सरकार के द्वारा राजस्व में होने वाली हानि से बचने के कई वस्तुओं पर जीएसटी लगाने का निर्णय लिया जिससे कई वस्तुओं के मूल्यों में वृद्धि हो गई हालांकि सरकार के द्वारा बाद में कई वस्तुओं से इसे वापस ले लिया है।
  • महंगाई के साथ डॉलर की तुलना में रुपये का तीव्र अवमूल्यन एक अन्य बड़ी चुनौती है। क्योंकि इससे हमारा निर्यात बिल बढ़ जाता है और विदेशी मुद्रा भंडार कम होने लगता है।
  • रुपय के मूल्य में तीव्र गिरावट से बचने के लिए सरकार के द्वारा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया जाना चाहिए, तेल आदि के आयात पर निर्भरता को कम करना होगा, घरेलू उद्योग-धंधों को बढ़ावा देना होगा।