अमेरिका, ब्रिटेन और सिंगापुर से भारत भेजे जाने वाले धन में वृद्धि


चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में प्रस्तुत आरबीआइ के सर्वेक्षण के अनुसार अमेरिका, ब्रिटेन और सिंगापुर से भारत भेजे जाने वाले धन में वृद्धि हुई है। इसके विपरीत कोरोना महामारी के चलते वित्त वर्ष 2020-21 में खाड़ी देशों से भारत भेजे जाने वाले धन की हिस्सेदारी तेजी से कम हुई है। 2020 – 21 में देश में आए कुल धन में इनकी हिस्सेदारी 36 प्रतिशत है।

मुख्य बिंदु :-

  • केंद्रीय बैंक ने वर्ष 2020-21 के लिए विदेश से भारत भेजे जाने वाले धन पर सर्वे के पांचवें दौर का आयोजन किया। इसमें धन भेजे जाने में योगदान देने वाले कारणों का विश्लेषण किया गया। 
  • आरबीआइ के आर्थिक एवं नीति अनुसंधान विभाग के अधिकारियों द्वारा तैयार लेख में कहा गया है कि खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) द्वारा भारत भेजे जाने वाले धन की हिस्सेदारी पिछली सर्वेक्षण अवधि 2016-17 में 50 प्रतिशत से अधिक थी जो 2020-21 में घटकर लगभग 30 प्रतिशत होने का अनुमान है।
  • वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान खाड़ी देशों से धन भेजे जाने के मामले में गिरावट भारतीय प्रवासियों की ऐसे अनौपचारिक क्षेत्रों में बड़ी मौजूदगी को दर्शाती है जो महामारी के प्रकोप से सबसे अधिक प्रभावित था।
  • अमेरिका में काम करने वाले प्रवासियों ने सबसे ज्यादा पैसा भारत भेजा और उसने संयुक्त अरब अमीरात को पीछे छोड़ दिया। 2020-21 में कुल भेजे जाने वाले धन में उसकी हिस्सेदारी 23 प्रतिशत रही।
  • खाड़ी देशों से सबसे ज्यादा पैसा तीन राज्यों केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में भेजा गया। 2020-21 में इन राज्यों की हिस्सेदारी आधी हो गई जो 2016 17 में केवल 25 प्रतिशत थी। केरल को पीछे छोड़ महाराष्ट सबसे अधिक धन प्राप्त करने वाल राज्य बन गया है। उधर, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा और बंगाल से खाड़ी देशों में जाने वाले लोगों की संख्या हाल के वर्षों में बढ़ी है। 

Source – IE