दो अरब डालर के निवेश से भारत में बनाए जाएंगे फूड पार्क


चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में आइ-2 यू-2 के चारों सदस्य देशों-भारत, इजरायल, यूएई और अमेरिका के शासन प्रमुखों की हुई बैठक में समूह के आर्थिक एजेंडे पर सहमति बन गई। बैठक में निर्णय हुआ कि वैश्विक खाद्य संकट की आशंका को देखते हुए भारत में दो अरब डालर (लगभग 16,025 करोड़ रुपये) की लागत से कई एकीकृत फूड पार्क बनेंगे।

मुख्य बिंदु :-

  • इसके लिए निवेश यूएई करेगा। तकनीकी और दूसरी जरूरी जरूरतों को पूरा करने में इजरायल एवं अमेरिकी कंपनियों की भूमिका होगी।
  • दूसरा निर्णय हुआ कि गुजरात में अक्षय ऊर्जा (सौर एवं पवन) से 300 मेगावाट का बैटरी स्टोरेज सिस्टम स्थापित होगा। इसकी संभावना के अध्ययन को अमेरिका की ट्रेड व डेवलपमेंट एजेंसी 33 करोड़ डालर (लगभग 2,645 करोड़ रुपये) उपलब्ध कराएगी।
  • चारों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि ऐसी परियोजनाओं से भारत को अक्षय ऊर्जा क्षेत्र का वैश्विक केंद्र बनाने में मदद मिलेगी।
  • गौरतलब है कि यह आइ-2 यू-2 की यह पहली शीर्ष स्तरीय बैठक थी, जो आनलाइन मोड में हुई। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, इजरायल के पीएम येर लापिड, यूएई के प्रेसिडेंट शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने हिस्सा लिया।
  • चारों देशों की गंभीरता को इस तथ्य से समझा जा सकता है कि राष्ट्रपति बाइडन की इजरायल व खाड़ी देशों की बहुप्रतीक्षित यात्रा के दौरान इसका आयोजन किया गया है।
  • आइ-2 यू-2, क्वाड की तर्ज पर चार देशों का नया संगठन है। 18 अक्टूबर, 2021 को इस समूह से जुड़े देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी। इसी दौरान इस संगठन की परिकल्पना की गई थी। संयुक्त बयान और बैठक के बाद चारों देशों के विदेश मंत्रालयों की तरफ से अलग-अलग ब्रीफिंग की गई।
  • फिलहाल इस संगठन का उद्देश्य पूरी तरह से आर्थिक, खास तौर पर खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा की चुनौतियों को देखते हुए दीर्घकालिक समाधान खोजना है। 

पहली बैठक में ही सकारात्मक एजेंडा तय :

  • पीएम मोदी ने कहा कि यह सही मायने में रणनीतिक साझेदार देशों की बैठक है। हम मित्र हैं और हमारे हित भी एक समान हैं। हमने पहली बैठक में ही सकारात्मक एजेंडा तय कर लिया है। कई क्षेत्रों की पहचान की है और इसके आगे का रोडमैप तैयार किया है।
  • वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच हमारा को-आपरेटिव फ्रेमवर्क व्यावहारिक सहयोग का अच्छा माडल भी है। मोदी ने विश्वास जताया कि चारों देश वैश्विक स्तर पर ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा व आर्थिक प्रगति में अहम योगदान देंगे।

फूड पार्क के लिए गुजरात और मध्य प्रदेश का चयन :

  • विदेश सचिव विनय – क्वात्रा ने बताया कि फूड पार्क के लिए गुजरात और मध्य प्रदेश का चयन किया गया है।
  • यहां से दूसरे देशों को केला, मसाले, प्याज, चावल के निर्यात पर ज्यादा जोर होगा। फूड पार्क किसानों की आमदनी बढ़ाने के साथ ही भारत में खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने और खाड़ी क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा।
  • सदस्य देशों के बीच खाद्य कारोबार की रुकावटों को दूर करने और खाद्यान्न की गुणवत्ता संबंधी मानकों को एक जैसा बनाने पर काम होगा। यह दक्षिण एशिया से लेकर खाड़ी क्षेत्र में खाद्य आपूर्ति से जुड़े संकट का समाधान निकाल सकता है। 

फिनटेक सेक्टर में चारों देशों के बीच व्यापक सहयोग की जरूरत :

  • विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि मोदी ने बैठक में फिनटेक सेक्टर में चारों देशों के बीच व्यापक सहयोग की जरूरत बताई।
  • पीएम ने कहा कि सभी सदस्य देशों को अपने यहां भारत में निर्मित पेमेंट गेटवे यूपीआइ के भुगतान को स्वीकार करना चाहिए। जिन क्षेत्रों में सहयोग की सहमति बनी है उनमें जल, ऊर्जा, परिवहन, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष व खाद्य सरक्षा के अलावा फिनटेक भी है। 

Source – TH