अंतरराष्ट्रीय सहयोग के बिना क्रिप्टो पर प्रतिबंध संभव नहीं
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग के बिना क्रिप्टोकरेंसी पर रोक या प्रतिबंध संभव नहीं है।
मुख्य बिंदु :-
- संसद में एक सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि आरबीआइ का मानना है कि इस पर रोक लगनी चाहिए क्योंकि यह किसी देश की मौद्रिक और वित्तीय स्थिरता के लिए खतरनाक है।
- केंद्रीय बैंक ने इस संबंध में कानून बनाने का भी सुझाव दिया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय सहयोग के बिना इस पर रोक लगाना संभव नहीं है।
- उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी किसी एक देश की सीमा से नहीं बंधी है और वैश्विक स्तर पर इसका कारोवार चल रहा है। ऐसे में, अंतरराष्ट्रीय सहयोग से क्रिप्टो को लेकर सभी देशों के लिए समान मानक तय करने होंगे।
वर्चुअल करेंसी पर चिंता जता चुका है आरबीआइ –
- आरबीआइ वर्चुअल करेंसी को लेकर कई बार चेतावनी जारी कर चुका है। पिछले साल मार्च में भी आरबीआइ ने सकुलर जारी कर वर्चुअल करेंसी की खरीद-फरोख्त करने वालों की केवाईसी करने की सलाह दी थी।
- वित्त मंत्रालय क्रिप्टो को जीएसटी के दायरे में लाना चाहता है क्योंकि उसका मानना है कि क्रिप्टो की खरीद-फरोख्त करने वाले जब इससे कमाई कर रहे हैं तो उन पर टैक्स भी लगना चाहिए।
Source – IE