देश में 5-G हुआ लॉन्च


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के प्रगति मैदान से देश में 5-जी मोबाइल सर्विस का औपचारिक उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री मोदी के 5जी लॉन्च करने के बाद शनिवार से ही देश के आठ शहरों में 5जी सेवा शुरू हो गई है।

अगले साल तक इस सेवा का विस्तार पूरे देश में करने की योजना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आयोजित ‘इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022’ नाम के एक आयोजन में इस सेवा की शुरुआत की। इसके साथ ही 5 जी सर्विस से देश में अल्ट्रा-हाई-स्पीड इंटरनेट का रास्ता खुल जाएगा।

औपचारिक उद्घाटन के बाद एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने अपनी कंपनी की 5जी सर्विस की लॉन्चिंग का एलान किया। मित्तल ने आठ शहरों में शनिवार (एक अक्टूबर) से 5जी सर्विस शुरू करने की जानकारी दी।

जिन आठ शहरों में 5जी सर्विस शुरू की जाएगी, उनमें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, वाराणसी का नाम शामिल है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि एयरटेल मार्च 2024 तक देश के हर कोने में 5जी सर्विस पहुंचा देगी।

5जी सर्विसके लाभ ….

5जी सर्विस शुरू होने के बाद देश में इंटरनेट की स्पीड दस गुना तक बढ़ जाएगी।

इससे ऑटोमेशन को बढ़ावा मिलेगा और ई-मेडिसिन, एजुकेशन, रूरल सेक्टर और कृषि को काफी बढ़ावा मिलेगा।

इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स इंडस्ट्री को इससे फायदा होगा. देश में ई-गवर्नेंस का दायरा काफी बढ़ जाएगा।

5जी टेक्नोलॉजी से हेल्थकेयर, वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड गेमिंग के लिए नए रास्ते खुल सकते हैं।

इससे ड्राइवरलेस कार की कल्पना भी साकार हो सकती है।

इसमें 4जी के मुकाबले 10 से 20 गुना तेजी से डाटा डाउनलोड स्पीड होगी।

5जी की देश में कीमत क्या होगी, ये इस बात पर निर्भर हो सकता है कि स्पेक्ट्रम की नीलामी में कंपनियां कितने पैसे ख़र्च करती हैं। लेकिन भारत में टेलिकॉम कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा बहुत कम है। इसलिए हो सकता है कि जिस कंपनी का दबदबा है, वो अपनी कीमतें ज्यादा रखे

लेकिन 5जी के आने के 4जी और 3जी सी सेवाएं ख़त्म नहीं होंगी, ये साथ साथ ही चलती रहेंगी।

दुनिया के जिन मुल्कों में 5G लॉन्च किया जा रहा है वहां ये देखा गया है कि 5G मोबाइल नेटवर्क का इंफ्रास्ट्रक्चर अलग है। 4G (एलटीई) और 3G नेटवर्क से अलग उच्च बैंडविड्थ और कम विलंबता वाली नई रेडियो तकनीक और एक अलग नेटवर्क की ज़रूरत पड़ेगी।

5G यूजर 3 घंटे की HD फिल्म को 1 सेकंड से भी कम समय में डाउनलोड कर सकेंगे जबकि अभी 4G में इस काम के लिए लगभग 7-10 मिनट लग जाते हैंl विडियो बफरिंग का समय भी लगभग समाप्त हो जाएगा क्योंकि डेटा ट्रांसफर बिजली की रफ्तार से होगाl 5G नेटवर्क डेटा को 1 मिलीसेकंड से भी कम में डिलिवर कर देंगे जबकि अभी 4G नेटवर्क इसमें लगभग 70 मिलीसेकंड लेते हैंl

विशेषज्ञों का मानना है कि 5G टेक्नॉलजी से पूरी तरह कनेक्टेड सोसाइटी बनने का रास्ता खुलेगा। इससे मशीन-टु-मशीन कम्यूनिकेशंस (M2M), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), कनेक्टेड स्मार्ट सिटीज़, स्वचालित कार, रिमोट कंट्रोल सर्जरी से लेकर वर्चुअल रिएलिटी जैसी सेवाओं का विस्तार होगाl उदाहरण के लिए, M2M तकनीक के अंतर्गत वायर्ड और वायरलेस डिवाइसेज सेंसर्स की मदद से लोग एक-दूसरे से बातचीत या संपर्क स्थापित कर सकेंगेl 5G से लोग अपने घर को इलेक्ट्रॉनिक्स, सॉफ्टवेयर या सेंसर टेक्नॉलजी से लैस करके वायरलेस नेटवर्स से कनेक्ट कर सकते हैंl उदाहरण के लिए, घर के सिक्यॉरिटी सिस्टम को वायरलेस नेटवर्क के जरिए दूर से ही कंट्रोल किया जा सकेगाl